तेरी खामोशी भी अच्छी लगती है तेरा बोलना भी अच्छा लगता है खामोशी और बोलने के बीच में आँखों का मुस्कुराना अच्छा लगता है
यहाँ मन में उठनेवाली बातें हैं। अनुरोध है कि कृपया, अपने मन की बात कहें और व्यक्तिगत टिप्पणी न करें। सादर, प्रफुल्ल कोलख्यान Prafulla Kolkhyan
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
यहाँ मन में उठनेवाली बातें हैं। अनुरोध है कि कृपया, अपने मन की बात कहें और व्यक्तिगत टिप्पणी न करें।
सादर, प्रफुल्ल कोलख्यान Prafulla Kolkhyan